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बच्चों का मानसिक विकास कैसे करें? (How to Develop Children’s Mental Health)

आज कल बच्चों में जो समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है वो है डिप्रेशन। डिप्रेशन होना ये दिखाता है कि बच्चे मानसिक तौर पर परिस्थितियों को सहन करने में सक्षम नहीं हैं। इसलिए हमें बच्चों को बचपन से ही मानसिक तौर पर मजबूत बनाना चाहिए जिससे वे जीवन में खुश रह सकें, सफलता के साथ-साथ असफलता को सहन कर सकें, अच्छा इंसान बन सकें, स्वस्थ रहें, सम्पूर्ण जीवन जियें और मनुष्य जन्म का उद्देश्य भगवत प्राप्ति करें।

जीवन को पूरी तरह जीने के लिए जीवन के सभी क्षेत्रों का संतुलित होना बहुत जरुरी होता है। बच्चों के सम्पूर्ण मानसिक विकास के लिए नीचे दिए गए 5 quotient बच्चों के जीवन  में होने बहुत जरुरी हैं।

IQ (Intelligent Quotient) –

IQ के बारे में तो हम सभी जानते हैं। ऐसा माना जाता है बच्चा पढ़ने में अच्छा है, अच्छे नंबर लाता है, गणित में अच्छा है, तो बच्चा होशियार है। उसका IQ अच्छा है पर IQ अच्छा होना किसी भी बच्चे के जीवन में सफल होने की गारंटी नहीं है और ना ही इसका मतलब है की बच्चा मानसिक तौर पर बहुत अच्छा है।
बच्चे के मानसिक विकास के लिए IQ के साथ-साथ AQ, SQ, CQ, EQ का अच्छा होना भी बहुत जरुरी है।

EQ (Emotional Quotient) –

जीवन में वही लोग सफल होते हैं जिनका EQ- अच्छा होता है। अच्छे IQ वाला अपने लिए सोचता है और अच्छे EQ वाला सबके हित के लिए सोचता है। जिस बच्चे का EQ जितना अधिक होगा वो बच्चा उतना अधिक सफल होगा और खुश होगा।


जिनका EQ अच्छा होता है वो ईर्ष्या, डर, लालच, हीन भावना, संदेह करना, छोटी-छोटी बातों पर दुखी होना, भूत भविष्य की चिंता करना जैसी नकारात्मक भावनाएँ उनमें कम होती हैं। Emotional intelligent लोग अपने emotions को अच्छे से समझते हैं और उसे अपनी उन्नति के लिए उपयोग करते हैं। अगर हम बच्चों की भावनाओं को सही दिशा नहीं देते और संतुलित नहीं करते तो हो सकता है कि आगे चलकर बच्चा अपनी भावनाओं को संतुलित ना कर पाए और अपने जीवन को ही ख़राब कर ले।

बच्चे का EQ बढ़ाने के लिए हम ये देखें की हम बच्चे को क्या करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जैसे हम बच्चे से क्या कहते हैं  – पढ़ ले… खा ले… फिर पढ़ ले… खा ले.., इसकी जगह हमें बच्चों से कहना चाहिए-

  • तुमने आज किसकी मदद की?
  • तुमने आज क्या अच्छा काम किया?
  • क्या तुमने अपनी ग़लती पर sorry बोला?

इसके साथ-साथ बच्चों को हर काम सिखाएँ, उनसे घर के काम में भी मदद लें जिससे बच्चों को सबकी मदद करना आये और वह केवल अपने बारे में ना सोचकर सबके बारे में सोचना शुरू करें। बच्चे क्या पढ़ते हैं, क्या देखते हैं, क्या सुनते हैं, किसके साथ रहते हैं यानि उनकी संगत कैसी है इस बात का ध्यान जरूर रखें। बच्चों में अच्छी आदतें बचपन से ही डालें।

बच्चों को भगवान से जोड़ें। जब बच्चे अपने को भगवान से जुड़ा पाते हैं तो वो भावनात्मक रूप से बहुत मजबूत होते हैं। वो दूसरों के सहारे की तलाश नहीं करते।

AQ (Adversity Quotient) –

जीवन में हर चीज़ एक सी नहीं रहती, समय के साथ सब बदलता है। जीवन में Ups and downs आते रहते हैं। विपत्ति में हम बिखर जाते हैं या निखर जाते हैं ये AQ- पर निर्भर करता है। हम बच्चों को जीवन की सच्चाई बताएँ की जीवन में सुख-दुःख दोनों हैं। हमारे जीवन में हमेशा अच्छा ही अच्छा नहीं होता पर दुःख के कारण भी आते हैं। जिससे यदि बच्चों के जीवन में कभी आगे चलकर दुःख आता है तो वे उससे निराश नहीं होंगे।

सत्संग व गुरु के संग से बच्चे जीवन में आने वाली सभी परिस्थितियों के लिए तैयार होते हैं वो सफलता और असफलता दोनों को संभाल पाते हैं। इसलिए बच्चों को सत्संग से जरूर जोड़ें।

CQ (Creativity Quotient) –

3 idiots movie में जो साइलेंसर था उसका IQ तो बहुत अच्छा था पर EQ, CQ,अच्छा नहीं था। बच्चों को हमेशा नई चीजें सीखने के लिए प्रोत्साहित करें जिससे वो हमेशा सीखने के लिए तैयार रहें। गुरु कहते हैं- मैं अंतिम श्वाँस तक सीखने को तैयार हूँ। हम देखें कहीं जाने अनजाने हम बच्चे का  CQ- कम तो नहीं कर रहे। जैसे बच्चे जब भी कुछ नया करते हैं या किसी भी काम को अलग तरीके से करते हैं तो हम बच्चों से कैसे बोलते हैं।
“ये तुमने क्या कर दिया?
तुम काम मत बिगाड़ा करो!
अपना समय मत ख़राब करो इस काम में!
ये सब छोड़ो पढ़ाई पर ध्यान दो!”
और अगर बच्चा पढ़ाई से अलग बात करता है तो हम उसे रोक तो नहीं देते?

यदि हम बच्चे से इस तरह के नकारात्मक वाक्यों को कहेंगे तो उसका CQ और learning attitude  कम होगा फिर वह कोई भी नयी चीज़ को सीखने की कोशिश नहीं करेगा।
इसलिए बच्चे का CQ बढाने के लिए उससे इस तरह बात करें –
“आज तुमने क्या नया सीखा?
चलो ये गेम आज हम नए तरीके से खेलते हैं।”

सफल व्यक्तियों का CQ High होता है। सफल लोग कुछ अलग नहीं करते वो हर काम को अलग तरीके से करते हैं।

SQ  (Spiritual Quotient) –

जीवन में सबसे मत्वपूर्ण है SQ।

गुरु कहते हैं- मनुष्य जीवन का लक्ष्य भगवत प्राप्ति है। अगर बच्चों का SQ अच्छा होता है तो वो जीवन के हर क्षेत्र में सफल हो जाते हैं।

SQ अच्छा होने पर  AQ, CQ, EQ, IQ अपने आप बढ़ते हैं क्योंकी SQ अच्छा होने पर mind focus होता है , हर परिस्थिति को सहन करना आता है, हर परिस्थिति को देखने का नजरिया सकारात्मक होता है जिससे बच्चों का जीवन उन्नत होता है।

SQ अच्छा करने के लिए बच्चों को भगवान का सहारा दें। बच्चों को भगवान से जोड़ने वाली बातें समय समय पर याद दिलाते रहें जैसे

हे नाथ मैं आपको भूलूँ नहीं।  
हे नाथ मैं आपका हूँ आप मेरे हैं। 

सत्संग और गुरु कृपा से SQ अपने आप बढ़ता है। जितनी उन्नति मनुष्य की 10,000 साल में होती है, गुरु के संग से मात्र 3 साल में हो जाती है। इसलिए हमें चाहिए की बच्चों का SQ बढ़ाने पर ध्यान दें, उन्हें सत्संग जरूर लाएँ जिससे बच्चों का सम्पूर्ण मानसिक विकास हो सके, वो जीवन में खुश रह सकें, उन्नति कर सकें, सफल हो।

This Post Has 10 Comments

  1. Vibhu

    Anant anant shukrane Bhagwan ji

  2. surinder kumar bajaj

    Satguru Bhagwan ji avm Guru Maa ji ko hridya se dandwat naman hai. Bahut hi accha lekh hai baccho ke vikas ke liye aur unka SQ level bhi thik rakhna hai.aap ji ke anant shukrane hai??

  3. Ritu bajaj

    गुरु भगवान जी के अनन्त शुक्राने हैं।भगवान जी बच्चो के विकास पर ये बहुत ही अच्छा article हैं।हमे उनका SQ level ठीक करना चाहिये।भगवान हमेशा हमारे साथ हैं ये ही पक्का कराना चाहिए।उन्हें सभी कामों में प्रोत्साहित करना होगा।जिससे उनका सर्वागीण विकास हो।गुरु भगवान जी आपकी कृपा से सारी जानकारी मिलती हैं।आपके दिल से शुक्राने हैं ।

  4. Bhawna chitkara

    Very nice article..we usually don’t force our kids to cum in the satsung.but u should ask again nd again….one day they will agree to cum…as guru bhagwanji said only satsung can give right direction to their mind…. shukarne ?❤

  5. Sarita Mittal

    गुरु भगवान जी एवं गुरु मां को कोटि कोटि प्रणाम ?? गुरु भगवान जी सब कुछ आप सिखा रहे हो आजकल के वातावरण में बच्चों के लिए माता पिता को अच्छी समझ होगी तभी वो अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दे पाएंगे, भगवान जी आप हमारा चारो मुखी विकास कर रहे हैं हमें अक्ल आ रही है गुरु भगवान जी के सानिध्य में , गुरु भगवान जी के अनन्त अनन्त शुक्राने है ? ?

  6. Anjana Dhingra

    गुरु भगवान जी एवम गुरु माँ जी को नमन हैं?भगवान जी बहुत बहुत बहुत अच्छी पोस्ट लगी, बच्चो के सही विकास के लिए अत्यंत उपयोगी points हैं। आपके अनंत शुक्राने हैं????

  7. Anu

    Aik ati uttam lekh .
    Bacho ke sampoorn vikas ke liye upayogi points hain.anant shukrane bhagwanji

  8. Geeta

    हहेनाथ जी आप जी के अनंत अनंत शुक्राने शुक्राने शुक्राने शुक्राने शुक्राने आप जी ने सर्व हित कि ओर दृष्टि करी…. वास्तव में हम बच्चो से एक ही बात कहते पढ़ ले ,खा ले।
    आप जी को कभी भूलूं नहीं ?????????????

  9. Anju Rana

    A very important and useful article for both parents and children which Guruji has explained in detail.
    Under your guidance the SQ will improve this improving all the other Quotients.
    Shukrane Bhagwan ji.

  10. Madhu

    आज की परिस्थितियों के अनुकूल है ये लेख जब परिवार सीमित होते जा रहे हैं और माता पिता भी working और busy हैं । इतने सुंदर तरीके से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए , उन्हें सच्चा मनुष्य बनाने के लिए ये सारे points अत्यंत उपयोगी होंगे ।
    गुरु जी एवं गुरु मां के अनंत शुकराने हैं

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