कई Child studies में यह बात सामने आई है कि हर बच्चा एक बहुत अच्छा listener होता है। बच्चे के आस पास जैसी बातें बोली जाती हैं, उनका बच्चों पर बहुत प्रभाव पड़ता है। ये बातें बच्चे का जीवन बना भी सकती हैं और बिगाड़ भी सकती हैं।
(उदाहरण-1)
स्वामी विवेकानंदजी की कहानी –
बहुत कम लोग जानते हैं, नरेंद्र को स्वामी विवेकानंद बनाने में उनकी माँ का कितना बड़ा योगदान था। जब नरेंद्र 5 साल के थे, उस समय जब कहीं भगवान की कथा होती तो वे वहाँ पहुँच जाते और बहुत रुचि से कथा सुनते। एक बार बालक नरेंद्र कथा सुन रहे थे। कथा में महाराज ने बताया- “हनुमान जी अजर अमर हैं।” जब कथा समाप्त हुई तो बालक नरेंद्र महाराज के पास गए और उनसे पूछा- “महाराज जी आपने कथा में बताया हनुमान जी अमर हैं, वो आज भी हैं तो क्या मुझे हनुमान जी दिख सकते हैं?”
बालक नरेंद्र के इस प्रश्न पर महाराज जी ने सोचा छोटा बालक है, मुझे उत्तर भी छोटे बच्चे की तरह देना चाहिए। महाराज जी ने उत्तर में कहा- “हाँ! तुम्हें हनुमान जी मिल सकते हैं। हनुमान जी को केले बहुत पसंद हैं, केले के खेत में तुम्हें हनुमान जी मिल जाएँगे।” बालक नरेंद्र कथा से सीधे केले के खेत में चले गए और बहुत देर तक वहीं बैठे रहे और हनुमान जी कि प्रतीक्षा करते रहे पर हनुमान जी के न आने पर उदास मन से घर लौट आये।
देर से घर आने पर नरेंद्र की माँ ने नरेंद्र से पूछा– “कहाँ थे नरेंद्र?” तब बालक नरेंद्र ने सब बात माँ को बता दी। माँ ने नरेंद्र को बड़े प्यार से समझाया- “हनुमान जी राम जी के कार्य में व्यस्त होंगे इसलिए तुमसे मिलने नहीं आ पाए, पर एक दिन वह तुमसे अवश्य मिलेंगे।”
माँ की इस बात का बालक नरेंद्र पर बहुत प्रभाव पड़ा। इस घटना के बाद नरेंद्र जब भी किसी गुरु के पास जाते तो उनसे यही प्रश्न करते, “क्या आपने भगवान को देखा है?” और यही प्रश्न उन्होंने अपने गुरु स्वामी रामकृष्ण परमहंस से पूछा और उनके जवाब से संतुष्ट होकर, उन्हें अपना गुरु बना लिया। यही बालक नरेंद्र, स्वामी विवेकानंद के नाम से पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुए।
यदि उस दिन उनकी माँ ने कह दिया होता, “ये तुम्हारी भगवान से मिलने की उम्र नहीं है, अपनी पढ़ाई में ध्यान दो।” तो हो सकता है एक इंजीनियर या डॉक्टर और बन जाते पर विश्व को एक तेजस्वी, स्वामी विवेकानंद नहीं मिल पाते।
(उदाहरण-2)
थॉमस एडिसन की कहानी –
एक दिन थॉमस एडिसन स्कूल से अपने घर लौटे और उन्होंने एक पत्र अपनी माँ को दिया और कहा- “मेरी टीचर ने मुझे आपको देने को कहा है।” माँ ने उस पत्र को पढ़ा और उनकी आँखों में आंसू आ गए। एडिसन ने माँ से पूछा- “माँ! इस पेपर में क्या लिखा है?”
माँ ने एडिसन को बताया- “इसमें लिखा है, आपका बच्चा बहुत होशियार है। हमारा स्कूल आपके बेटे के लिए बहुत छोटा है। हमारे स्कूल में ऐसे टीचर नहीं हैं, जो आपके बेटे को पढ़ा सकें। आप अपने बेटे को घर पर ही पढ़ाएँ।”
समय बीता और एडिसन अपने समय के महान आविष्कारक बने और एक दिन एडिसन को वह पत्र मिला जो उनकी टीचर ने माँ को दिया था। एडिसन ने उस पत्र को पढ़ा उसमें लिखा था, “आपका बेटा बौद्धिक स्तर पर बीमार है। हम उसे अपने स्कूल में नहीं पढ़ा सकते और उसे अपने स्कूल से निकालते हैं।”
उस दिन एडिसन ने अपनी डायरी में लिखा, “थॉमस एडिसन बौद्धिक स्तर पर बीमार बच्चा था पर उसकी माँ ने उसे एक आविष्कारक बना दिया।”
गुरु भगवान बताते हैं –
बच्चे माँ-बाप की हर बात को बहुत ध्यान से सुनते हैं। यदि पिता घर आकर कहते हैं, “मेरे व्यापार में या नौकरी में बड़ी परेशानी है तो बच्चे कभी भी आगे चलकर वह काम नहीं करेंगे।”
माता-पिता जाने अनजाने में बच्चे से जो कुछ भी बोलते हैं, बच्चे उसे अपने जीवन में ले आते हैं।
उदाहरण- यदि किसी दिन पिता ने बच्चे से कहा- “चलो होटल चलते हैं, मज़ा करेंगे” तो हो सकता है कुछ दिन बच्चे को आप अक्सर कहते हुए सुनें, “मज़ा करना है”। फिर हम सोचते हैं, ये क्या बोलते हैं, “मज़ा करना है, मज़ा करना है।”
हमें लगता है, हम तो व्यावहारिक बात कर रहे हैं पर बच्चा हमारी हर एक बात सुन रहा है।
“बच्चों का जीवन निर्माण कैसे करें” – गुरु भगवान द्वारा प्रेषित इस वीडियो को देखने के लिए नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करें।
यदि हम बच्चों से नकारात्मक बोलते हैं, जैसे- “तुम ये कभी नहीं कर सकते”, “तुमसे नहीं हो पाएगा” आदि-आदि तो बच्चे भी उसे सच मान लेते हैं।
उदाहरण –
एक बार एक डिस्क थ्रो का खिलाड़ी डिस्क फैंकने की प्रैक्टिस कर रहा था। उसका कोच उसे बार-बार समझा रहा था कि- “अपने दाएँ पैर पर जोर डालो, फिर फैंको।” पर वह खिलाड़ी ऐसा कर ही नहीं पा रहा था।
कुछ देर बाद उस कोच ने पूछा- “क्या तुम्हारे दाएँ पैर में कोई परेशानी है?” उस खिलाड़ी ने बताया, “हाँ! मेरे दाएँ पैर में कुछ सालों से परेशानी है। मैं अपने दाएँ पैर पर ज़्यादा जोर नहीं लगा पाता।” कोच ने उसे डॉक्टर को दिखाने को कहा। उस खिलाड़ी ने डॉक्टर को दिखाया, फिर डॉक्टर ने बताया कि, “तुम्हारे पैर में तो कोई बीमारी दिख नहीं रही, ये परेशानी तुम्हें कब से है?” उस खिलाड़ी ने बताया- “जब मैं बहुत छोटा था तब से ही ये परेशानी है।” डॉक्टर ने उसे अपनी माँ से पूछने को कहा की ये परेशानी तुम्हें कब से और कैसे हुई, पूछना?
खिलाड़ी ने अपनी माँ से पूछा तो माँ ने बताया कि- “जब तुम छोटे थे तो बहुत तेज़ दौड़ते थे, जिससे मुझे बहुत परेशानी होती। तुम कभी कहीं भाग जाते, कभी कहीं और मुझे तुम्हें खोजना पड़ता। एक दिन मैंने तुमसे कह दिया, “तुम्हारे दाएँ पैर में परेशानी है, जिससे तुम तेज नहीं दौड़ सकते।” तुमने मेरी बात मान ली और उस दिन से तुम कभी अधिक तेज़ नहीं दौड़े।
यह कहानी बताती है कि बच्चे हमारी कही हुई हर सकारात्मक और नकारात्मक बातों को अपने लिए सच मान लेते हैं।
गुरु कहते हैं –
“हम जो भी बच्चों से कहते हैं या बच्चों के सामने बोलते हैं, उनका बच्चों पर बहुत प्रभाव पड़ता है। इसलिए जो हम नहीं चाहते, वह बच्चों से नहीं बोलें। बच्चों को हमेशा आगे बढ़ाने वाली, भगवान से जोड़ने वाली और भगवान की बातें करें, जिससे आगे चलकर बच्चे भगवान से जुड़ें और अच्छा इंसान बनें। यदि हम अधिक चिल्लाते हैं या एक ही बात को बार-बार कहते हैं, तो कुछ समय के बाद बच्चों के ऊपर उन बातों का असर होना बंद हो जाता है और बच्चों की नज़र में हमारी बात का प्रभाव कम हो जाता है।”
Kid Cooperation Book की author एलिज़ाबेथ पैंटलेय कहती हैं –
“It is easier to yell from 2 rooms away, but it is less effective.”
उदाहरण – यदि बच्चा सो रहा है और हम kitchen से चिल्लाकर बार-बार बच्चे को उठाते हैं तो बच्चा उसे अनसुना कर देगा। इसकी अपेक्षा यदि हम अपना थोड़ा समय दे दें और बच्चे के पास रूम में जाकर बच्चे को उठाएँ तो कुछ समय बाद वह उठ जाएगा।
अतः हम अपने बच्चे का जीवन जैसा बनाना चाहते हैं, वैसी ही बातें उससे करें।
Guru bhagwanji Aur guru ma ko Naman hai
Time acche examples dekar sikhate hain. Shukrane for such valuable information. ??????
Thank you so much for letting us know very important things about how to deal with children and about how things can make a big impact.
Guru ki kripa k anant anant shukrne he.
Guru bhagwan ji v Guru maa ji ko hirthey se koti koti naman hai bhagwan ji aap n bacho ko sudharne ke liye Vivekananda or Adison ke example nohar acche se diya hai,. Jasa hum unko prem se samjange to .samajh jaiga shukrane Radhey Radhey bhagwan ji।
sadguru bhagwanji ap ke cherno me koti koti koti naman h apki apar kripa hi to h jo apne yad kiya sadguru bhagwanji ap or guru ma her pal apni divy vani se sikha rehe h jeevan ka arth ane samjhaya h sadguru bhagwanji apko mahima karuna anant anant h
भगवान जी ये सब तो हमारे ही समझने की बात है।बच्चे तो बड़ो को कॉपी करते हैं।चारों तरफ से बहुत अच्छे से समझाया है।अनन्त अनंत शुक्रराने।
बहुत ही सुन्दर तरह से living examples देकर बात को समझाया गया है कि बच्चे हमारी हर बात को ध्यान से सुनते हैं। बहुत ही समझ देने वाला article है। गुरु जी के अनन्त शुक्राने जो इतनी प्रेम से हर बात सिखाते हैं।
Bauhat hi helpful article hai ,aapke prem v karuna ko koti koti naman hai anant anant shukrane hain ??
Guru bhagwan ji v guru maa ji k anant anant shukrane h ????Radhey Radhey bhagwan ji.. Apke Prem k anant shukrane hai ..
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माता पिता की छोटीछोटी बात कैसे बच्चों के जीवन में प्रभाव डालती है कितनी बारीकी के साथ समझाया है । इस लेख के लिए गुरु भगवान जी के अनंत अनंत शुकराने है
गुरु भगवानजी आपके प्रेम के अनंत-अनंत शुक्राने हैं l
बहुत ही अच्छा article है l सभी points बहुत ही अच्छे हैं और उदहारण से बहुत अच्छे से समझ में आये हैं l भगवानजी आपके अनंत शुक्राने हैंl
Satguru Dev bhagwanji hame chautarfa Gyan dete hain har pal hame aage badhate h. Is Article se ham hamari kamiyo ko door kar payenge. Aapki mehnat ko barambar naman h. Very nice Article . All thanks to guru ji.
Radhey Radhey bhagwanji
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Satguru Bhagwan ji v Guru Maa ji ko hridya se naman hai. A very useful and helpful article and very good example and informative video.aap hi hamare jivan ko sudhaar rahe hai aur hamey positive mai reh kar har paristhiti mai khush rehna sikha rahe hai.aap ji ki assim kripa se baccho ko aachi guidance de rahe hai.aap ke anant shukrane hai????
?????? This is very true and very important. Especially the stories made it understand even better. Bhagwanji aapke Anant shukrane for the article ??
बहुत ही सिखाने वाला article है भगवान जी।
विवेकानंद जी के example ने बहुत ही touch किया।
आपकी वाणी का attachment भी बहुत ही खूबसूरत है।
आपको हृदय से नमन है।
Guru bhagwan k ananat shukrane guru btate h baccho ko positive ya negative krna hamare hath m h. Vo log sb chij himself hi sikhte h.hm Unko positive thoughts denge to bht age Badenge.
मेरे प्यारे परम पूज्य श्री सतगुरु भगवान जी के हृदय से करोड़ो करोड़ो बार नमन व वंदन है आपकी हमारे ऊपर असीम कृपा है जो हमे हर प्रकार से समझाते है सभी के प्रति प्रेम भाव की भावना सिखलाते है आपके प्रेम के अनन्त अनन्त अनन्त शुक्राने है???
It is a very inspirational article.All the examples are truly inspiring and heart touching, especially the Vivekananda’s example.Guru Bhagwan makes everything so simplethat everyone can understand
Guru bhagwan ji ke anant anant shukrane hai
श्री सतगुरु भगवान जी को ह्रदय से नमन हैं प्रणाम हैं।
भगवान जी बहुत ही प्रेरणादायक लेख है।
हम बच्चो को जैसा बोलते है वो ह्रदय से सुनते है।
उनमे स्वीकार भाव भी बहुत होता हैं।
माता पिता की रहनी एवं खुशमिजाज सवभाव से प्रेरित होते है ।
गुरु भगवान जी हमारा प्रयास एवं पूरी कोशिश रहेगी।
गुरु भगवान जी सत्संग से एवं संतो के बारे में बता कर हमें update कर देते हैं।ये गुरु भगवान जी आपकी अपार कृपा हैं।
Bahut hi inspirational artlcle v Vedio hai bhagwanji. Bhagwanji aapji ki kripa se hi hum bacccho se sahi bolna sikh pate hai.
Aapki mehenat v nishkam prem ko shat shat naman hai. Shukrane hai.
Bahut hi badia examples se article ki khoobsoorti aur bhi bud gayi hai.
Vivekanand ji wala example atyadhik shandar hai.
First time suna.
Bahut bahut acha article hai.
Atyant shukrane Guruji.
बहुत ही अच्छा article हैं भगवान जी
आपकी मेहनत को नमन है
बच्चो से बात करने के तरीके द्वारा बहुत सीखने को मिला, आप हर प्रकार से हमारे जीवन को सुधार रहे हैं
भगवान जी आपको शत-शत प्रणाम है
बहुत ही सीखने वाला और समझ खोलने वाला artical है।
गुरु भगवान जी आपके अनंत शुकराने हैं जो आप हमें जीवन की अति महत्वपूर्ण बातें समझाते हैं और आपकी कृपा से ही हम इन्हें जीवन में लाने का अभ्यास कर पाते हैं।
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Guru bhagwan ji ke anant anant shukrane hai
Jo Hume motivated karke aaghe baate hai
Guru bhagwan ji ne bataya ki Hume baccho se theek tarah se baat karni chayiye
Baccho Hume se prem se uthana chayiye
Jese ki vivekanand ke charitra se pata chalta hai??
गुरु भगवान जी के अनन्त अनन्त शुक्राने है जीवन में सब तरह से सुधार करवा रहे हैं बच्चों के साथ कैसे बोलें , बच्चों पर अच्छी बातों का असर पड़ता है गुरु भगवान जी सब समझा रहे हैं ऐसे गुरु को करोड़ों बार नमन है।
गुरु भगवान जी व गुरु मां को हृदय की गहराइयों से नमन है बहुत ही सुन्दर लेख है हम माता पिता से अधिकतर यही गलती हो जाती है positive बातें नहीं करते और उनकी उन्नति में break लगा देते हैं। गुरु भगवान जी की कृपा से धीरे- धीरे हमारी सोच बदल रही है मानसिकता changeहो रही है । विचारों में बदलाव आ रहा है।सारी कृपा मेरे प्यारे गुरु भगवान जी की है। अंनत-अनंत शुक्राने है। राधे-राधे भगवान जी। अनुराधा (MTR)
परम पूज्य श्री सतगुरुदेव भगवान् जी के पावन चरणों में कोटि कोटि नमन।
अत्यंत लाभकारी लेख एवम् वीडियो।
हम बच्चों से जैसा बोलते हे वोह वैसा ही स्वीकार कर लेते हैं।
आप की दृष्टि से सीख कर हम अपनी वाणी ,अपने विचार ,सब पर काम कर रहे है।
आप हमारे व्यवहार,विचार,सोच,मानसिकता को सुधार रहे है।
आप की मेहनत को सफल कर पाए ।
आपकी कृपा प्रेम के अनंत शुक्राने हैं।
सर्वश्रेष्ठ लेख है माता पिता के लिए ?
प्रत्येक पॉइंट को बहुत ही संतुलित और सटीक शब्दों और उदाहरणों के साथ प्रस्तुत किया गया है की कोई न कोई पॉइंट अवश्य हृदय को छू लेगा ।
Parenting इस उत्तम प्रस्तुति के लिए अनेक धन्यवाद , कोटि कोटि शुकराने ?
Guru Bhagwaan ji avm Guru Ma ji ko naman hai.
A very useful and helpful blog given with very good examples and informative video. Through this blog our weaknesses are known and shall certainly improve upon them.
Guru Bhagwan ji many many thanks for always trying to make us a better human being in all spheres.
Guru Bhagwan ji ko koti koti naman hai.In drishtant ko read kerne per ye samaj aata hai,jo ham bolte hai us per vichar kare phir bole. Guru bhagwan ji ,aap ko harday se naman hai.Annant annant shukrane hai.
मेरे परम पूज्य सद गुरु भगवान जी परम श्रद्धेय गुरु माँ जी के पावन चरण कमलों में साष्टांग नमन है ?आप जी की असीम कृपा है जो हर पल सिखा रहे हैं आप जी को कभी भूलूँ नहीं राधे राधे मेरे परम पूज्य सद गुरु भगवान जी ?♀️??♀️??♀️??♀️??????